ट्रैफिक (वाणिज्य में वनस्पतियों और जीवों का व्यापार रिकॉर्ड विश्लेषण)
ट्रैफिक, जिसका पूरा नाम “वाणिज्य में वनस्पतियों और जीवों का व्यापार रिकॉर्ड विश्लेषण” है, एक वैश्विक गैर-सरकारी संगठन है जो जंगली पौधों और जानवरों के व्यापार की निगरानी करता है। इसका उद्देश्य जैव विविधता का संरक्षण करना और वन्यजीव व्यापार को कानूनी और टिकाऊ बनाना है। ट्रैफिक 1976 में इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (IUCN) के प्रजाति अस्तित्व आयोग के एक विशेषज्ञ समूह के रूप में स्थापित किया गया था और बाद में वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचर (WWF) और इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (IUCN) के साथ एक रणनीतिक गठबंधन में विकसित हुआ।
संगठन के बारे :
गठन वर्ष: ट्रैफिक का गठन 1976 में हुआ था। यह संगठन वन्यजीव और वनस्पति व्यापार पर नजर रखता है ताकि जैव विविधता की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
मुख्यालय: इसका मुख्यालय कैम्ब्रिज, यूनाइटेड किंगडम में स्थित है। यहां से यह संगठन अपने वैश्विक ऑपरेशन्स को मैनेज करता है।
रणनीतिक गठबंधन: ट्रैफिक वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचर (WWF) और इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (आईयूसीएन) के साथ एक रणनीतिक गठबंधन में काम करता है। ये सहयोग उन्हें अधिक प्रभावी ढंग से वन्यजीव संरक्षण में योगदान देने में मदद करता है।
ट्रैफिक के महत्वपूर्ण कार्य
ट्रैफिक के कार्य निम्नलिखित है:
उद्देश्य: यह संगठन वन्यजीवों और वनस्पतियों के व्यापार पर केंद्रित है, विशेष रूप से जैव विविधता संरक्षण और सतत विकास के क्षेत्र में काम करता है।
विश्वसनीयता और मान्यता: ट्रैफिक को दुनिया भर में वन्यजीव व्यापार और संरक्षण पर विश्वसनीय जानकारी प्रदान करने के लिए मान्यता प्राप्त है।
मुख्य कार्य: गठन के बाद से, इसने वन्यजीव व्यापार से संबंधित डेटा संग्रह, विश्लेषण, और सिफारिशें प्रदान करने का कार्य किया है।
विकास और स्वतंत्रता: 40 से अधिक वर्षों के अनुसंधान और अग्रणी कार्य के बाद, 2017 में ट्रैफिक एक स्वतंत्र गैर-लाभकारी संगठन के रूप में पुनर्गठित हुआ।
संचालन और प्रबंधन: इसके स्वतंत्र बोर्ड में डब्ल्यूडब्ल्यूएफ और आईयूसीएन के निदेशक मंडल के सदस्य शामिल हैं, जो इसके संचालन और नीतियों को निर्देशित करते हैं।
ट्रैफिक का मिशन:
व्यापार पैटर्न और प्रभावों का विश्लेषण: ट्रैफिक वन्यजीव व्यापार के पैटर्न, उनके प्रभावों का विश्लेषण करता है ताकि वन्यजीवों और वनस्पतियों के व्यापार पर विश्वसनीय जानकारी प्राप्त की जा सके।
सरकारों को प्रोत्साहन और मार्गदर्शन: ट्रैफिक सरकारों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रभावी नीतियों को अपनाने और लागू करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
निजी क्षेत्र के लिए मार्गदर्शन: ट्रैफिक निजी क्षेत्र को वन्यजीवों की सोर्सिंग के दौरान प्रभावी और टिकाऊ दृष्टिकोण अपनाने के लिए उचित मार्गदर्शन प्रदान करता है।
जागरूकता और उपभोक्ता विकल्पों पर प्रभाव: ट्रैफिक टिकाऊ विकल्पों के प्रति झुकाव बढ़ाने, उपभोक्ताओं की पसंद को प्रभावित करने और अवैध वन्यजीव वस्तुओं की खरीदारी को रोकने के लिए जागरूकता बढ़ाता है।
ट्रैफिक का महत्व
ट्रैफिक का महत्व वन्यजीव संरक्षण में निम्नानुसार है:
वन्यजीव प्रजातियों का अत्यधिक दोहन रोकना: ट्रैफिक का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि जंगली जानवरों और पौधों का व्यापार जैव विविधता के संरक्षण के लिए खतरा न बने। यह ग्लोबल स्तर पर जैव विविधता के नुकसान के प्रमुख कारणों में से एक है।
CITES के साथ सहयोग: पिछले पांच दशकों में, ट्रैफिक ने CITES के साथ मिलकर काम किया है ताकि वन्यजीव व्यापार को विनियमित किया जा सके और जैव विविधता के नुकसान को रोका जा सके।
वैश्वीकरण और व्यापार में वृद्धि: वैश्वीकरण, जनसंख्या वृद्धि, और आर्थिक विकास के कारण वन्यजीव उत्पादों की मांग और बाजार पहुंच में वृद्धि हुई है। ट्रैफिक इस समस्या को संबोधित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
अवैध व्यापार और वन्यजीव अपराध कम करना: ट्रैफिक अवैध व्यापार और वन्यजीव अपराधों को कम करने के लिए कार्य करता है, जिससे अवैध शिकार और व्यापार संकट को नियंत्रित किया जा सके।
इस प्रकार, ट्रैफिक वन्यजीव व्यापार में स्थायी स्तर बनाए रखने और वन्यजीव संरक्षण के प्रयासों में महत्वपूर्ण योगदान देने में सक्रिय है।
संरक्षण परियोजनाएँ
व्यापार प्रथाओं में सुधार: व्यवसायों, समुदायों और उपभोक्ताओं को जिम्मेदार व्यापारिक प्रथाओं को अपनाने के लिए प्रेरित करना, ताकि वन्यजीव संसाधनों का टिकाऊ और कानूनी व्यापार सुनिश्चित हो सके और इससे जुड़े लाभों को बढ़ाया जा सके।
वन्यजीव अपराधों में कमी: वन्यजीव अपराध और अवैध व्यापार को कम करने का प्रयास, जो अवैध शिकार संकट को बढ़ा रहे हैं।
CITES का समर्थन और क्रियान्वयन: जंगली जानवरों और पौधों के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को विनियमित करने के लिए CITES का समर्थन करना। इस समझौते पर विश्वभर की 183 सरकारों ने हस्ताक्षर किए हैं।
ये पहलें ट्रैफिक के संरक्षण और वन्यजीव व्यापार को नियंत्रित करने के प्रयासों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जो जैव विविधता को बचाने और टिकाऊ विकास को बढ़ावा देने के लिए अपनाई गई हैं।
ट्रैफिक की महत्वपूर्ण परियोजनाएँ:
ट्रैफिक द्वारा किए जा रहे कुछ प्रमुख संरक्षण परियोजनाओं का विवरण इस प्रकार है:
अफ्रीका में ज्ञान और कार्रवाई के माध्यम से मजबूती (ReTTA): इस परियोजना का उद्देश्य अफ्रीका की विभिन्न जंगली प्रजातियों और उनकी पारिस्थितिक प्रणालियों को व्यापार संबंधी खतरों से बचाना है। यह परियोजना वन्यजीव व्यापार की समझ में वृद्धि करने और उसके नियंत्रण के लिए उपायों को लागू करने में सहायता करती है।
वन्यजीव तस्करी प्रतिक्रिया, मूल्यांकन और प्राथमिकता निर्धारण (Wildlife TRAPS): यह परियोजना विशेष रूप से अफ्रीका और एशिया के बीच वन्यजीव तस्करी की चुनौतियों से निपटने के लिए समर्पित है। यह परियोजना वन्यजीव तस्करी के मार्गों का विश्लेषण करने और इसे रोकने के उपायों को प्रोत्साहित करने का कार्य करती है।
ग्लोबल शार्क और रे इनिशिएटिव: यह पहल महासागरों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए केंद्रित है, जिसमें शार्क और रे जैसी समुद्री प्रजातियों के संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया जाता है। इस पहल में ट्रैफिक के साथ-साथ अन्य भागीदार संगठन भी शामिल होते हैं।
फेयरवाइल्ड फाउंडेशन: यह परियोजना व्यापार में जंगली एकत्रित पौधों की सामग्री के नैतिक और टिकाऊ उपयोग को बढ़ावा देने के लिए व्यवसायों को मार्गदर्शन करती है।