सदर्न बर्डविंग बटरफ्लाई (Southern Birdwing Butterfly) |
चर्चा में :-
- हाल ही में सदर्न बर्डविंग बटरफ्लाई मदुरै के द अमेरिकन कॉलेज के सैटेलाइट कैंपस में पाई गई है।
सदर्न बर्डविंग बटरफ्लाई के बारे में
- सामान्य नाम: सदर्न बर्डविंग (जिसे सह्याद्री बर्डविंग भी कहा जाता है)।
- वैज्ञानिक नाम: ट्रोइड्स मिनोस (Troides Minos)।
- यह भारत की दूसरी सबसे बड़ी तितली है ,जिसके पंखों का फैलाव 140-190 मिमी है।
- सदर्न बर्डविंग बटरफ्लाई को 1932 से 2020 तक भारत की सबसे बड़ी तितली प्रजाति माना जाता था।
- इसके बाद इसे गोल्डन बर्डविंग ने पीछे छोड़ दिया, जिसका पंख फैलाव 194 मिमी है।
वितरण:
- यह मुख्य रूप से पश्चिमी घाट और पूर्वी घाट में पाई जाती है।
विशेषताएँ:
- नर के पंख आमतौर पर हरे-नीले रंग के निशान के साथ काले रंग भी होते हैं, जबकि मादा के पंखों पर क्रीम रंग के निशान के साथ अधिक जटिल पैटर्न देखा जाता है।
- इसे कर्नाटक की राज्य तितली के रूप में नामित किया गया है।
आवास:
- यह पश्चिमी घाट के उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय जंगलों में पाई जाती है जो जैव विविधता का हॉटस्पॉट है।
- यह तमिलनाडु के डिंडीगुल के पास सिरुमलाई पहाड़ियों में प्रचुर मात्रा में पाई जाती है।
पारिस्थितिकी तंत्र में भूमिका:
- यह विलुप्त होने के मामले में ‘सबसे कम चिंता’ के रूप में वर्गीकृत होने के बावजूद, दक्षिणी बर्डविंग पारिस्थितिकी तंत्र संतुलन को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जैसे: परागण में।
प्रवास:
- यह सितंबर माह में प्रजनन के उद्देश्य से प्रवास करती है जो वन पारिस्थितिकी तंत्र की जैव विविधता में योगदान देती है।
संरक्षण स्थिति:
- IUCN द्वारा कम चिंताजनक (Least Concern) के रूप में सूचीबद्ध, यह दर्शाता है कि यह वर्तमान में विलुप्त होने के जोखिम में नहीं है।