बोडोलैंड महोत्सव |
चर्चा में क्यों? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 नवंबर 2024 को दिल्ली में प्रथम बोडोलैंड महोत्सव का उद्घाटन किया।
बोडोलैंड महोत्सव क्या है?
बोडोलैंड महोत्सव एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य बोडो समुदाय की भाषा, साहित्य और परंपराओं को बढ़ावा देना है।
यह महोत्सव 2020 में हुए बोडो शांति समझौते के माध्यम से 50 वर्ष के आपसी संघर्ष के समाधान और क्षेत्रीय प्रगति की उपलब्धियों का प्रतीक है।
इस मोहोत्सव की थीम ‘समृद्ध भारत के लिए शांति एवं सद्भाव’ (Peace and Harmony for Prosperous Bharat) थी।
प्रमुख विशेषताएँ :
बोडोलैंड महोत्सव में अरोन्नाये, दोखोना, गमसा, कराई-दखिनी, थोरखा, जौ गिशी, खाम (Aronnaye, Dokhona, Gamsa, Karai-Dakhini, Thorkha, Jau Gishi, Kham ) जैसे GI-टैग उत्पादों के प्रदर्शन के माध्यम से बोडो शिल्प कौशल की सांस्कृतिक धरोहर को प्रस्तुत किया।
बोडोलैंड महोत्सव का उद्देश्य रोजगार पैदा करना और क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना है।
बोडोलैंड साहित्य महोत्सव और सांस्कृतिक रैलियाँ जैसे कार्यक्रम बोडो समुदाय की जीवंत परंपराओं को उजागर करते हैं।
यह बोडोलैंड के अलावा पश्चिम बंगाल, नेपाल और पूर्वोत्तर भारत के अंतरराष्ट्रीय सीमावर्ती क्षेत्रों में स्वदेशी बोडो आबादी को एकीकृत करने का प्रयास करता है।
यह महोत्सव मानस और रायमोना राष्ट्रीय उद्यानों को इको-टूरिज्म हब के रूप विकसित करने पर जोर देता है।
बोडो जनजाति (Bodo Tribe) क्या है ?
बोडो लोग, जिन्हें बोरोस (Boros) के नाम से भी जाना जाता है, मुख्य रूप से पूर्वोत्तर भारतीय राज्य असम में रहने वाले एक स्वदेशी नृवंशविज्ञान समूह हैं।
वे बोडो-कचारी परिवार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जिसमें इस क्षेत्र के विभिन्न संबंधित समुदाय शामिल हैं।
भौगोलिक वितरण
बोडो असम में बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र (BTR) में रहते हैं, उनकी उपस्थिति असम के अन्य जिलों और मेघालय जैसे पड़ोसी राज्यों तक फैली हुई है।
इसके अतिरिक्त, बोडो समुदाय बांग्लादेश और नेपाल के कुछ हिस्सों में पाए जाते हैं।
अनुसूचित जनजाति का दर्जा
संविधान (अनुसूचित जनजाति) आदेश 1950 में, बोडो लोगों को “बोरो” और “बोरोकाचारी” नामों से मान्यता दी गई है।
भाषा
बोडो भाषा सिनो-तिब्बती भाषा परिवार की तिब्बती-बर्मी शाखा से संबंधित है।
इसे भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में सूचीबद्ध 22 भाषाओं में से एक होने का गौरव प्राप्त है, जो इसे आधिकारिक दर्जा प्रदान करता है।
यह भाषा मुख्य रूप से असम में बोली जाती है और बोडो सांस्कृतिक पहचान का एक महत्वपूर्ण घटक है।
बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र (BTR) :
बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र असम के भीतर एक स्वायत्त प्रशासनिक क्षेत्र है, जिसे भारतीय संविधान की छठी अनुसूची के तहत स्थापित किया गया है।
यह बोडोलैंड प्रादेशिक परिषद (BTC) द्वारा शासित है, जो क्षेत्र के प्रशासन और विकास की देखरेख करता है।
BTC का गठन 2003 में शांति समझौते के बाद किया गया था, जिसका उद्देश्य बोडो लोगों की आकांक्षाओं को संबोधित करना और क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देना था।
इसमें चार जिले शामिल हैं: कोकराझार, चिरांग, बक्सा और उदलगुरी।
बोडो समुदाय
उत्तर-पूर्व में सबसे बड़ा आदिवासी समुदाय, जो मुख्य रूप से असम में पाया जाता है।
अपनी बुनाई, रेशम उत्पादन और समृद्ध साहित्यिक परंपराओं के लिए जाना जाता है।
प्रमुख व्यक्तित्व:
बोडोफा उपेंद्र नाथ ब्रह्मा: अहिंसा और लोकतांत्रिक अधिकारों की वकालत की।
हरिशंकर ब्रह्मा: भारत के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त।
रंजीत शेखर मुशहरी: मेघालय के पूर्व राज्यपाल।
बोडो शांति समझौता
2020 में हस्ताक्षरित इस समझौते ने बोडोलैंड में दशकों से चल रहे विद्रोह को समाप्त कर दिया।
मुख्य परिणाम:
बढ़ी हुई विधायी और कार्यकारी शक्तियों के साथ एक विस्तारित बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र (BTR) का गठन।
नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ़ बोडोलैंड (NDFB) के 4,000 से अधिक पूर्व कैडरों का पुनर्वास।
बोडोलैंड के लिए सरकारी पहल
बोडोलैंड के विकास के लिए केंद्र सरकार द्वारा ₹1500 करोड़ का पैकेज।
शिक्षा, स्वास्थ्य और संस्कृति में बुनियादी ढांचे के लिए असम द्वारा ₹700 करोड़ से अधिक आवंटित किए गए।
SEED मिशन बोडो युवाओं के लिए कौशल, उद्यमिता, रोजगार और विकास पर केंद्रित है।
जीआई-टैग किए गए बोडो उत्पादों और पारंपरिक शिल्प को बढ़ावा देना।
स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए एम्स गुवाहाटी और कई मेडिकल कॉलेजों की स्थापना।
असम में12 मेडिकल कॉलेज हैं, और 12 और विकसित करने की योजना है।
बोडो संघर्ष से प्रभावित परिवारों को ₹5 लाख की सहायता।
बोडोलैंड महोत्सव को क्या खास बनाता है?
असम, पश्चिम बंगाल, नेपाल और भूटान के बोडो समुदायों को एक साथ लाता है।
सीमाओं के पार सांस्कृतिक और भाषाई बंधनों को मजबूत करता है।
इको-टूरिज्म को बढ़ावा देता है, रोजगार के अवसर पैदा करता है।
सरकारी योजनाओं के माध्यम से क्षेत्रीय विकास पर ध्यान केंद्रित करता है।
बोडोलैंड के संघर्ष-ग्रस्त क्षेत्र से शांतिपूर्ण और समृद्ध समाज में परिवर्तन का जश्न मनाता है।